क्या है वीरता का प्रमाण,
कौन है वीर?
केवल युद्ध की इच्छा वाला, वीर नहीं कहलाता है,
जो इच्छा पर नहीं, अपितु कर्तव्यों पर केंद्रित रहता है,
तन पर चाहे हों घाव असंख्य, वो समर में डटा रहता है,
है वीर वही जो अनचाहे भी, कर्म हेतु रण कर जाता है,
~ मृत्युंजय
०७ दिसम्बर २०२४
प्रेरणा स्रोतों को समर्पित 🙏🏼
Straight from the heart. 🙏🏼
ReplyDeleteविष्णुधर्मोत्तरपुराणे ५ प्रकाराः वीराः धीरोद्धता, धीरललिता, धीरप्रशान्त, धीरोदात्त च उद्धातः
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